
'वी. आर. फैमिली' और 'हिचकी' जैसी फिल्मों के निर्देशक सिद्धार्थ पी. मल्होत्रा की मानें तो उनका वजन 127 किलो तक पहुंच गया था। इसकी वजह से उन्हें चलने तक में दिक्कत आने लगी थी। हालांकि, वक्त रहते वे संभले और 7 महीने में 40 किलो वजन घटाने के बाद अब वे 87 किलो के हैं। सिद्धार्थ ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में अपनी इस जर्नी के बार में विस्तार से बताया।
'वजन इतना कि चला भी नहीं जा रहा था'
बकौल सिद्धार्थ, "करीब एक साल पहले मेरी यह जर्नी शुरू हुई थी। मैं एक शूटिंग कर रहा था और मुझसे चला तक नहीं जा रहा था। मैं हांफ रहा था। 40 की उम्र में मैं एक यूनिट को लीड नही कर पा रहा था। मेरे चार दोस्त इसी उम्र में गुजर गए थे। मेरी फैमिली में शुगर और दिल की बीमारी की शिकायत है और फैटी लीवर मुझे डायग्नोस हो गया। यह सब मेरे लिए झटका था। मुझे लगा कि अपना खाना कंट्रोल करना चाहिए।"
"मैं जयदीप हुड्डा के पास गया तो उन्होंने मुझे समझाया कि आपको सबसे पहले अपने खाने के बनने का तरीका देखना चाहिए। आपको वह भोजन लेना चाहिए, जहां आपको समझ आए कि वो कैसे बना है। पहले हफ्ते में उन्होंने मुझे कार्ब हटाने को कहा। मैंने हटा दिया। मैंने कांदा और प्रोटीन भी हटा दिया। कुछ सब्जियों की इजाजत थी, जिन्हें मैं खाने में इस्तेमाल करता था। ऐसे पहले सप्ताह में ही 3 किलो वजन कम हो गया। धीरे-धीरे उन्होंने कार्ब्स मेरे खाने में वापस डाल दिए। मैंने जयदीप की बात को पूरी तरह अमल किया।"
यह था डाइट प्लान
सिद्धार्थ के मुताबिक, उन्होंने अपनी डाइट में दोनों तरह का खाना शामिल किया। वे वेज भी लेते रहे और नॉनवेज भी। वे बताते हैं, "नॉनवेज में चिकन और फिश। लेकिन जो भी डिश बनाता था, उसमें तेल की काफी कम मात्रा इस्तेमाल करता था। 100 ग्राम चिकन, 100 ग्राम फिश, एग व्हाइट, चीज की मुझे मंजूरी थी। कीटोजेनिक नाम से एक डाइट होती है, जिसमें ज्यादा फैट होता है, प्रोटीन ज्यादा होता है। लेकिन कार्ब्स बहुत कम होते हैं या फिर गुड कार्ब्स होते हैं।"
"मैंदा पूरी तरह हट गया था। ब्रेड नहीं ले सकता था। रोटी और चावल नहीं। किसी तरह का दूध या दही नहीं। ब्लैक कॉफी और ग्रीन टी पीता था। इंटरमिटेंट फास्टिंग नाम से एक वर्ल्डवाइड फिनोमिनन है, जिसमें 16 घंटे तक नहीं खाते और 8 घंटे में जो चाहें वह खा सकते हैं। मैं उस 8 घंटे में भी कीटो करता था। और फिर धीरे-धीरे मैंने एक घंटा या 10 हजार स्टेप्स तक चलने की कोशिश की। यह वजन कम करने में बहुत मदद करता है।"
मील ऐसा होता था
सुबह 9:30- 10:00 बजे नाश्ते में 3 या 4 एग व्हाइट। जब डाइट पर थे सिर्फ यही लेते थे या फिर इसके साथ एबाकार्डो या ऑमलेट ले लेते थे। उस वक्त ब्रेड या टोमेटो सॉस नहीं लेते थे। यहां तक कि कांदा और टमाटर भी अवॉयड करते थे। हालांकि, अब उन्होंने अपने नाश्ते में ब्रेड और टोस्ट शामिल कर लिए हैं। इसके साथ एक ब्लैक कॉफी लेते हैं।
सिद्धार्थ लंच में चिकन टिक्का या फिश टिक्का या पनीर टिक्का या फिर कोई दाल लेते थे। लेकिन रोटी या चावल नहीं लेते थे। हालांकि, अगर चावल के लिए ज्यादा मन होता है तो बेहद कम मात्रा में रेड राइस ले लेते थे। शाम के खाने में भी यही शामिल होता था। इस तरह दिन में उनके तीन मील होते थे। दिन में तीन-चार ब्लैक कॉफी और दो-तीन ग्रीन टी भी लेते थे।
बीच में भूख लगने पर चीज या नॉनवेज के कोल्ड कट्स खाते थे। या फिर इसी के वेज वेरिएशन ले लेते थे। हर तरह के कार्ब्स जैसे रोटी, चावल, आलू आदि हटा दिए थे। मीठा छोड़ दिया था। हां कभी-कभी डार्क चॉकलेट खाते थे। अपनी ब्लैक कॉफी में स्टीविया (जो शुगर फ्री होता है) मिलाकर पीते थे।"
रोहित रॉय ने दी वर्कआउट टिप्स
सिद्धार्थ की मानें तो वर्कआउट की टिप्स उन्हें उनके दोस्त रोहित रॉय ने दीं। उस वक्त वे बतौर प्रोड्यूसर सीरियल 'संजीवनी' की शूटिंग कर रहे थे। तब रोहित ने उन्हें एक व्हाट्सअप किया, जिसमें सभी टिप्स थीं। उन्होंने अपनी बिल्डिंग में मौजूद जिम में रोहित की दी हुई टिप्स से वर्कआउट करना शुरू किया। उनके रुटीन में एक दिन चेस्ट, एक शोल्डर, एक दिन बैक और बाइसेप्स, फिर एक दिन बाइसेप्स-ट्राईसेप्स, सप्ताह में दो बार लेग्स और हर दिन कार्डियो शामिल होता था। हफ्ते में 6 दिन 45 मिनट से एक घंटे तक रनिंग वर्कआउट करते थे। सिद्धार्थ के मुताबिक, उन्होंने पहले सप्ताह तीन किलो वजन कम करने के बाद हर सप्ताह करीब डेढ़ किलो वजन घटाया।
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April 09, 2020 at 07:07AM
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