
65 दिन से ज्यादा बीतने के बाद भी सुशांत की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। 14 जून को उनकी मौत के बाद के कई थ्योरी सामने आ रही हैं। सुशांत की डेथ के बाद कहा गया कि वह डिप्रेशन से जूझ रहे थे।
रिपोर्ट्स में कहा गया कि सुशांत कुछ समय से डिप्रेशन का इलाज भी करवा रहे थे लेकिन उनके परिवार और करीबियों ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया। सुशांत के डिप्रेशन से जूझने की बात को नकारे जाने पर स्वरा भास्कर ने आपत्ति जताई है।
उन्होंने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘मुझे समझ नहीं आता कि लोगों को यह बात स्वीकार करने में दिक्कत क्यों है कि सुशांत डिप्रेस्ड हो सकते थे? मैं एक आर्टिकल पढ़ रही थी जिसमें एक व्यक्ति कह रहा था कि वो डिप्रेस्ड नहीं लगते थे, यह क्या बात हुई? कोई किसी को देखकर कैसे बता सकता है कि वो डिप्रेशन में होगा या नहीं? अगर कोई फेमस है तो इसका मतलब ये नहीं कि चीजें गलत नहीं हो सकतीं। हमें एक समाज के तौर पर मेंटल हेल्थ को ज्यादा तवज्जो देना चाहिए।’
मीडिया कवरेज पर उठाए सवाल
इससे पहले नसीरुद्दीन शाह ने सुशांत की मौत पर हो रहे मीडिया कवरेज को घटिया बताया था। इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, 'जांच का जिम्मा ऑथोरिटी का होना चाहिए। अभी जो कवरेज हो रहा है वो बेहद घटिया है। मैं इसे नहीं देखता। जब सुशांत की मौत हुई तो मुझे बेहद दुख हुआ। मैं उन्हें नहीं जानता था लेकिन उनका भविष्य बेहद उज्जवल था।'
स्वरा ने इसपर सहमति जताते हुए कहा, 'मैं नसीर सर की बातों से सहमत हूं। मैं भी यह बात कब से कह रही हूं। आप सोशल मीडिया और कई मीडिया हाउस द्वारा चलाई गई खबरें देखिए, वहां कई कॉन्सपिरेसी थ्योरी दिखा कर पब्लिक को बेवकूफ बनाया जा रहा है।'
स्वरा ने किया था रिया का सपोर्ट
इससे पहले सुशांत मामले में स्वरा रिया चक्रवर्ती के सपोर्ट में उतरी थीं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था, 'रिया एक अजीबो-ग़रीब और खतरनाक मीडिया ट्रायल का शिकार हैं, जिसकी अगुवाई एक भीड़तंत्र से हो रही है। उम्मीद करती हूं कि सम्माननीय सुप्रीम कोर्ट इस पर ध्यान देगी और फर्जी न्यूज़ फैलाने वालों और साजिशों की कहानियां बनाने वालों पर रोक लगेगी। कानून को तय करने दीजिए।'
सीबीआई जांच का रास्ता साफ
इसी बीच रिया चक्रवर्ती की याचिका को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सुशांत मामले की जांच सीबीआई के हाथ में सौंप दिया है। रिया ने सुशांत के पिता केके सिंह की ओर से पटना में दर्ज कराए गए केस को मुंबई ट्रांसफर करने की अपील की थी।
सुप्रीम कोर्ट से मिली हरी झंडी के बाद सीबीआई की टीम गुरुवार को मुंबई पहुंच सकती है। सबसे पहले वह मुंबई पुलिस की अब तक की गई तफ्तीश की रिपोर्ट अपने हाथ में लेगी। इसके बाद इस मामले में सीबीआई द्वारा आरोपी बनाए 7 लोगों का बयान एक-एक करके दर्ज किया जाएगा।
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August 19, 2020 at 01:09PM
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