
गृह मंत्रालय ने रविवार रात लॉकडाउन फेज 4 के लिए गाइडलाइंस जारी कर दीं। इसमें खेल जगत को कुछ राहत मिलेगी। स्पोर्टस् कॉम्पलेक्स और स्टेडियम खुल सकेंगे। लेकिन, यहां दर्शकों की एंट्री पहले की तरह बंद रहेगी। इसका एक फायदा प्लेयर्स को यह होगा कि वो अपनी ट्रेनिंग दोबारा शुरू कर सकेंगे। खासतौर पर जो खिलाड़ी टोक्यो ओलिंपिक की तैयारी कर रहे हैं।
डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स अब भी बंद ही रहेंगी। लिहाजा, विदेशी और देश के खिलाड़ी ट्रेवल नहीं कर सकेंगे। इसका मतलब ये हुआ कि आईपीएल जैसा टूर्नामेंट फिलहाल नहीं हो पाएगा। लीग को पहले ही अनिश्तिकाल के लिए टाल दिया गया है।
गाइडलाइन में क्या कहा गया
होम मिनिस्ट्री की गाइडलाइन में कहा गया, ‘स्टेडियम और स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स को खोलने की मंजूरी दी गई है। लेकिन, दर्शन नहीं आ सकेंगे।’ भारत में करीब दो महीने से खेल गतिविधियां बंद हैं। लॉकडाउन फेज-4 में सिर्फ इतना फायदा होगा कि खिलाड़ी जो घर में बैठे हैं, वो स्टेडियम जाकर ट्रेनिंग शुरू कर सकेंगे।
18 मई के बाद टीम इंडिया प्रैक्टिस कर सकेगी
लॉकडाउन के चौथे फेज में स्टेडियम और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स खोलने की मंजूरी मिलने के बाद टीम इंडिया की ट्रेनिंग का भी रास्ता साफ हो गया है। नेशनल क्रिकेट एकेडमी यानी एनसीए भी पोस्ट लॉकडाउन प्लान बना रही है।
इससे पहले बोर्ड कोषाध्यक्ष अरूण धूमल ने कहा था कि अगर 18 मई के बाद सरकार लॉकडाउन में ढील देती है तो खिलाड़ी आउटडोर प्रैक्टिस शुरू करेंगे। इसके लिए बोर्ड केंद्र और राज्य सरकार के सम्पर्क में है। इतना ही नहीं बीसीसीआई ने कहा है अगर सरकार आरोग्य सेतु ऐप के इस्तेमाल का निर्देश देगी तो खिलाड़ी उसका पालन करेंगे।
मार्च से लॉकडाउन
लॉकडाउन वास्तव में मार्च के मध्य से शुरू हुआ। एथलीट्स टोक्यो ओलिंपिक्स की तैयारी कर रहे थे। ज्यादातर स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के बेंगलुरु और पटियाला के कॉम्पलेक्स में मौजूद थे। ये लोग ट्रेनिंग फिर शुरू करने की मांग कर रहे थे। ओलिंपिक टल चुका है।
खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग शुरू करने की मांग की थी
पिछले हफ्ते खेल मंत्री किरन रिजिजू ने एथलीट्स से वीडियो कॉन्फ्रेंस पर बातचीत में उनका पक्ष जाना था। 3 मई को रिजिजू ने ऐलान किया कि सरकार चरणबद्ध तरीके से खेल शुरू करने पर विचार कर रही है। उन्होंने यह बात खासतौर पर ओलिंपिक खेलों से जुड़े एथलीट्स के संदर्भ में कही थी।
आईओए ने सरकार से 220 करोड़ रु. की आर्थिक मदद मांगी
भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए)के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने रविवार को खेल मंत्री को चिठ्ठी लिखकर ओलिंपिक की ट्रेनिंग कैम्प दोबारा शुरू करने की मांग की थी। साथ ही उन्होंने अलग-अलग खेल संघों की मदद के लिए 220 करोड़ रुपए की मांग की थी।बत्रा ने कहा कि मौजूदा हालात में ओलिंपिक के लिए अगले एक साल तक स्पॉन्सर्स मिलना मुश्किल है। ऐसे में संकट के इस दौर में सरकार को खेल संघों को आर्थिक मदद देनी होगी।
साई ने खिलाड़ियों के लिए एसओपी तैयार किया
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) ने लॉकडाउन के बाद खेलों की सुरक्षित वापसी को लेकर 33 पन्नों का स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर यानी एसओपी तैयार किया है। इसमें ट्रेनिंग शुरू करने से पहले खिलाड़ियों को कोरोना टेस्ट कराने के साथ ही आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा।
खिलाड़ियों के लिए तैयार हुए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर की अहम बातें
- खिलाड़ी छोटे ग्रुप्स में ट्रेनिंग शुरू कर सकेंगे
- कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने तक खिलाड़ी क्वारैंटाइन में रहेंगे
- खिलाड़ियों को दोबारा ट्रेनिंग शुरू करने का फाइनल क्लीयरेंस साई सेंटर्स पर तैनात डॉक्टर ही देंगे
- ग्ल्वस और मास्क पहनने के बाद ही फिटनेस इक्विपमेंट के इस्तेमाल की इजाजत दी जाए
- एक बार में पांच खिलाड़ियों को ही फिटनेस रूम के इस्तेमाल की मंजूरी हो
- सभी खिलाड़ी, कोच और सपोर्ट स्टाफ सोशल डिस्टेंसिंग से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन करें
- खिलाड़ियों को खुले कमरों और हवादार कमरों में ही रखा जाए
- नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन हाईजीन ऑफिसर की नियुक्ति करें
ज्यादा जरूरी होने पर ही खिलाड़ी मसाज कराएं
इसके अलावा एसओपी तैयार करने वाली कमेटी ने खिलाड़ियों को बहुत जरूरी होने पर ही फिजियोथैरेपी और मसाज के कराने का सुझाव दिया है। इस दौरान हाईजीन का खास ध्यान रखने को कहा गया है।
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https://ift.tt/2TeStzL May 17, 2020 at 09:13PM
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