
बॉलीवुड डेस्क. फिल्ममेकर और अभिनेता फरहान अख्तर ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के उस फैसले पर पर नाराजगी जाहिर की है, जिसमें हॉलीवुड फिल्म 'फोर्ड वर्सेस फरारी' में शराब के गिलास को ब्लर करने को कहा गया है। अख्तर ने अपने ट्वीट में लिखा है, "वह दिन दूर नहीं, जब वे थिएटर्स में सिर्फ स्क्रिप्ट पढ़ रहे होंगे। आखिर क्यों भारतीय वयस्कों को ऐसा अपराधी समझा जाता है, जो अपने बारे में यह नहीं सोच सकते कि मेरे लिए क्या सही होगा और क्या गलत।"

यह है मामला
दरअसल, एक अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट ने यह दावा किया है कि सीबीएफसी ने फिल्म में दिखाए गए शराब के गिलास और बोतलों को ब्लर करने को कहा है। साथ ही एक डायलॉग 'son of a bi***' में इस्तेमाल हुए शब्द bi*** को ब्यूट करने का निर्देश भी दिया है।

रिपोर्ट में एक अनजान स्टूडियो के हवाले से लिखा है, "हम जानते हैं कि हमें बोतलों को ब्लर करना होगा, क्योंकि उनपर ब्रांड का नाम लिखा है और सीबीएफसी इस बात की इजाजत नहीं देता। लेकिन ऐसा पहली बार सुना है कि गिलास को ब्लर करना पड़ेगा। कमेटी कुछ कट्स के साथ प्रिंट वापस भेजने वाली है। ज्यादा कुछ नहीं कर सकते, यह परेशान करने वाला है।" जेम्स मैनगोल्ड के डायरेक्शन में बनी 'फोर्ड वर्सेस फेरारी' 15 नवंबर को रिलीज हो रही है।

यह पहला मौका नहीं है, जब फरहान अख्तर ने सीबीएफसी पर नाराजगी जाहिर की है। जब बोर्ड ने शाहिद कपूर स्टारर 'उड़ता पंजाब' में 99 कट्स लगाए थे, तब भी उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर बात की थी। फरहान ने उस वक्त कहा था, "शक्ति का नशा सबसे खतरनाक होता है।"
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November 13, 2019 at 05:50PM
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