
टीवी डेस्क (किरण जैन). अमिताभ बच्चन को एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में 50 साल हो गए हैं। 7 नवंबर 1969 को उनकी पहली फिल्म 'सात हिंदुस्तानी' आई थी। अपने 50 साल के करियर में उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। एक वह दौर भी आया था, जब बिग बी बेहद आर्थिक संकट से जूझ रहे थे, तब गेम शो 'केबीसी' उनकी जिंदगी को ट्रैक पर वापस लाया था। इसे क्रिएटिव गुरु सिद्धार्थ बसु ने अपनी प्रोडक्शन कंपनी बिग सिनर्जी के बैनर तले 2000 में लॉन्च किया था। सिद्धार्थ बसु ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बिग बी और शो से जुड़ी कई बातें शेयर की।
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सिद्धार्थ कहते हैं, "साल 2000 में बिग सिनर्जी दिल्ली बेस्ड प्रोडक्शन हाउस था, जिसने उस वक्त कई गेम शो बनाए थे। तब चैनल के प्रोग्राम हेड समीर नायर ने हमें 'कौन बनेगा करोड़पति' के लिए अप्रोच किया। शुरुआत में मुझे नहीं पता था कि शो का होस्ट कौन होगा? लेकिन मुझे याद है कि उस वक्त दो दिग्गजों पर विचार चल रहा था। क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और सुपरस्टार अमिताभ बच्चन।"
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बकौल सिद्धार्थ, "शो का कॉन्सेप्ट बहुत ही बड़ा था और मैं नहीं चाहता था कि होस्ट इसमें किसी तरह की दखल दे। जब चैनल ने अमिताभ बच्चन का नाम फाइनल किया, तब मैं बहुत ही संतुष्ट हुआ। क्योंकि मैं जानता था कि बिग बी शो के फॉर्मेट के साथ-साथ हमारे कल्चर को भी साथ लेकर चलेंगे। चैनल शो को बहुत बड़े स्तर पर लॉन्च करना चाहता था। उन्हें बिग बी से बहुत उम्मीद थी और वे पहले ही एपिसोड में उनकी उमीद पर खरे उतरे। 19 साल बाद भी शो में बिग बी का जादू बरकरार है।"
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सिद्धार्थ बताते हैं, "शुरुआत में बिग बी काफी संकोच में थे कि इस शो के लिए हामी भरें या नहीं। उनके कई करीबियों ने उन्हें छोटे पर्दे पर न आने की सलाह दी थी। वैसे भी बिग बी कोई कदम उठाने से पहले काफी सोचते हैं। टीवी पर अपनी पारी शुरू करने का फैसला लेना भी उनके लिए आसान नहीं था। समीर नायर और उनकी टीम ने बिग बी के मैनेजर से कई बार मुलाकात की और उन्हें राजी करने की कोशिश की।"
"मेरी मुलाकात में उनसे लंदन में हुई थी। वहां उन्होंने ब्रिटिश शो 'हू वांट्स टू बी मिलियनेयर' की पूरी रिकॉर्डिंग देखी। वीडियो देखने के बाद उन्होंने मुझसे और मेरी टीम से कहा कि अगर हम भी सब कुछ इसी तरह से करें तो वे शो करने के लिए तैयार हैं। हमारे आश्वासन के बाद उन्होंने शो के लिए हामी भरी।"
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सिद्धार्थ आगे कहते हैं, "बिग बी ने शो शुरू होने से तीन महीने पहले अपनी तैयारी शुरू कर दी थी। थोड़ी ही देर के लिए सही, लेकिन वे हर दिन सेट पर आते थे और खूब रिहर्सल करते थे। एक होस्ट को कई चीजें करनी होती हैं, जो कि एक एक्टर नहीं करता। अमिताभ परफेक्शनिस्ट हैं। उन्हें हर चीज़ सही करने की आदत है। गेम प्ले, अनस्क्रिप्टेड चैट, टेलीप्राम्टर को देखकर पढ़ना, लोगों से बात करना, ये सब आसान नहीं था।"
"उस वक्त उन्हें अपने चश्मे का इस्तेमाल नहीं करना था। इसे ध्यान में रखकर स्क्रिप्ट्स के फॉन्ट बनाए जाते थे। कई बारीक चीज़ों का ख्याल रखा गया था। उन्होंने हर चीज़ बहुत ही व्यवस्थित ढंग से की। वे अपने टैलेंट को कभी भी हलके में नहीं लेते हैं। 50 साल भले ही उन्हें इस इंडस्ट्री में हो गए, लेकिन वे आज भी हर दिन अपनी एक्टिंग को पॉलिश करते हैं।"
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सिद्धार्थ के मुताबिक, "बिग बी अपना होमवर्क किए बिना कभी स्टेज पर नहीं आते। जिस भी कंटेस्टेंट से उन्हें मिलना होता है, वे पहले उसका पूरा बैकग्राउंड जानते हैं और फिर मुलाकात करते हैं। वे स्क्रिप्ट से ज्यादा अनस्क्रिप्टेड चैट पर ज्यादा विश्वास रखते हैं। यही वजह है कि शो का चार्म बिल्कुल फीका नहीं पड़ा।"
"साल 2000 में जितनी उन्हें इस शो की जरूरत थी, उतनी ही शो के फॉर्मेट को उनकी जरूरत थी। फॉर्मेट के हिसाब से बिग बी पूरी तरह से फिट थे। यही वजह है कि शो लोगों को पसंद आया। ये चैनल और होस्ट दोनों के लिए बड़ा मुकाम था। इस बात से इनकार नहीं कर सकता कि वे इस शो के पितामाह हैं।"
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November 07, 2019 at 10:38AM
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